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चंडीगढ़ से सांसद एवं फ़िल्म अभिनेत्री किरण खैर के जन्मदिन के अवसर पर जानिए कुछ खास बातें*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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चंडीगढ़ से सांसद एवं फ़िल्म अभिनेत्री किरण खैर के जन्मदिन के अवसर पर जानिए कुछ खास बातें*
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चंडीगढ़ ;- मूलरूप से पंजाब और सिख परिवार से ताल्लुक रखने वाली किरण खेर का जन्म 14 जून 1955 के दिन मैसूर एस्टेट के बैंगलोर में हुआ था. कुछ समय बाद उनका परिवार चंडीगढ़ शिफ्ट हो गया, जहां उनकी पढ़ाई-लिखाई हुई.
आज बर्थडे के अवसर आपको किरण खेर की लव स्टोरी से रूबरू कराएंगे. साथ ही, बताएंगे कि कैसे एक-दूसरे का दर्द बांटते-बांटते अनुपम खेर और किरण एक-दूसरे से दिल बांट बैठे?

*ऐसा रहा बचपन से जवानी का सफर*

चंडीगढ़ में पढ़ाई-लिखाई के वक्त किरण को किरण ठक्कर सिंह संधू के नाम से जाना जाता था. उस दौरान वह चंडीगढ़ में थिएटर भी करती थीं, जहां अनुपम खेर भी आते थे. नाटक करते-करते दोनों की दोस्ती हो गई, जो हमेशा कायम रही. हालांकि, समय के साथ दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गए. 1980 के दौर में किरण ने मुंबई की राह पकड़ ली, जहां कुछ समय बाद उनकी मुलाकात बिजनेसमैन गौतम बेरी से हुई. कहा जाता है कि जल्द ही दोनों बेहद करीब आ गए और शादी करने का फैसला कर लिया. किरण और गौतम अपनी शादी से बेहद खुश थे, लेकिन उनका यह रिश्ता ज्यादा दिन नहीं टिक सका. दरअसल, कुछ समय बाद दोनों बेटे सिकंदर के पैरेंट्स बने, लेकिन इसके बाद दोनों के रिश्ते में तनातनी शुरू हो गई. वहीं, जब सिकंदर पांच साल के हुए, तब तक किरण और गौतम के बीच दरार गहरी हो चुकी थी. उधर, अनुपम खेर ने मधुमालती नाम की लड़की से शादी की थी, लेकिन वह भी अपनी शादीशुदा जिंदगी से खुश नहीं थे.

*दर्द के साथ बांट लिया दिल*

चंडीगढ़ के बाद किरण और अनुपम की मुलाकात कोलकाता में हुई. दोनों नादिरा बब्बर का प्ले करने के लिए वहां गए थे. उस वक्त कमरे से बाहर निकलते वक्त दोनों ने एक-दूसरे को देखा तो उन्हें मोहब्बत का एहसास हुआ. उस दौरान उन्होंने एक-दूसरे का दर्द ही नहीं बांटा, बल्कि दिल भी बांट लिया. दोनों ने अपने-अपने पहले जीवनसाथी को तलाक देकर अलविदा कह दिया और नए सफर पर चल निकले। किरण खेर ने अपने करियर में कई भूमिकाएं निभाई हैं, लेकिन एक मां के किरदार में उन्हें सबसे ज्यादा पसंद किया गया और उन्हें बॉलीवुड की ‘कूल मॉम’ भी कहा गया।
आइए उनकी कुछ शानदार फिल्मों पर नजर डालते हैं।
*’देवदास’*
संजय लीला भंसाली की ‘देवदास’ 2002 में आई थी। इस फिल्म में शाहरुख खान, ऐश्वर्या राय और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिका में थे।
फिल्म में किरण ने ऐश्वर्या की मां के किरदार निभाया था, जिसमें उनका शानदार प्रदर्शन देखने को मिला था।
फिल्म के गाने ‘मोरे पिया’ को किरण पर फिल्माया गया था, जिसमें उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया था।
यह फिल्म अमेजन प्राइम वीडियो और जियो सिनेमा पर देखी जा सकती है।

*’दोस्ताना’*
2008 में आई इस फिल्म में किरण अभिषेक बच्चन की मां के किरदार में नजर आई थी, जिसे अपने बेटे के समलैंगिक होने पर शक होता है।
कॉमेडी से भरपूर इस फिल्म में किरण ने अपने अभिनय से सबको दीवाना बना दिया था और उन्हें काफी पसंद किया गया था।
इनके अलावा फिल्म में जॉन अब्राहम और प्रियंका चोपड़ा भी मुख्य भूमिका में नजर आए थे।
यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध है।
‘ओम शांति ओम’
2006 में आई ‘ओम शांति ओम’ में किरण एक हिंदी फिल्म उद्योग में काम कर रहे जूनियर कलाकार की मां की भूमिका निभाती हैं, जिसके किरदार में शाहरुख नजर आए थे।
फराह खान द्वारा निर्देशित इस फिल्म में दीपिका पादुकोण और श्रेयस तलपड़े भी शामिल थे।
फिल्म में किरण का मां के रूप में किरदार काफी अच्छा था, जो अपने बेटे की सफलता और खुशी देखना चाहती थीं।
यह फिल्म नेटफ्लिक्स पर देखने के लिए उपलब्ध है।

*’द लैंडलेडी’*
रितुपर्णो घोष की बंगाली फिल्म ‘द लैंडलेडी’ 2000 में आई थी, जिसमें अपनी भूमिका के लिए किरण को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था।
फिल्म में उन्होंने एक मध्यम आयु वर्ग की महिला महिला की भूमिका निभाई थी, जो एक निर्देशक को अपने घर में शूटिंग करने देती है, लेकिन शूटिंग के दौरान उसे निर्देशक से प्यार हो जाता है। फिल्म में रूपा गांगुली और चिरंजीत चक्रवर्ती भी नजर आए हैं। यह फिल्म यूट्यूब पर मौजूद है।
*’खामोश पानी’*
पाकिस्तानी फिल्म निर्माता सबिहा सुमार द्वारा निर्देशित 2004 में आई ‘खामोश पानी’ एक विधवा महिला की कहानी है।
फिल्म में किरण ने एक मध्यम आयु वर्ग की महिला आयशा की भूमिका निभाई, जो पास के एक स्कूल में कुरान पढ़ाती है।
इसमें विभाजन के बाद आयशा के जीवन की कहानी दिखाई गई है, जो एक सिख परिवार में पली-बढ़ी थी और बंटवारे के वक्त पाकिस्तान में रह गई थीं। यह किरण की बेहतरीन फिल्मों में से एक है।

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