बिहार में राजनीतिक हलचल तेज, टूट सकती है JDU + BJP गठबंधन की सरकार?*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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बिहार में राजनीतिक हलचल तेज, टूट सकती है JDU + BJP गठबंधन की सरकार?*
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पटना ;- पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के जेडीयू से इस्तीफा देते ही बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। एनडीए में ऑल इज वेल की बात करने वाले नेता भी किसी बड़े उलटफेर से इंकार नहीं कर रहे हैं। इस वक्त जो परिस्थिति बनी है, उसमें बिहार की तीन राजनीतिक पार्टियां गहरे मंथन और विचार के लिए तैयार हो गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अगले दो दिनों में राज्य में 4 महत्वपूर्ण दलों के विधायक दल की बैठक होगी। जिनमें आरजेडी, जेडीयू, कांग्रेस और जीतनराम मांझी की हम ने अपने-अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। वहीं, सीएम नीतीश कुमार भी अपने विधायकों और सांसदों के साथ बैठक करेंगे। मंगलवार को आरजेडी ने भी राबड़ी देवी के आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी ‘हम’ ने भी अपने विधायक दल की बैठक बुलाई है। अंदरखाने से जो बात निकल कर सामने आ रही है, उसके मुताबिक 11 अगस्त से पहले बिहार में ‘खेला’ होकर रहेगा।
बिहार में भले ही जेडीयू का शीर्ष नेतृत्व कह रहा हो कि एनडीए में सब ठीक है, लेकिन जिस तरह बीजेपी और जेडीयू में बयानबाजी और तल्खी बढ़ी है, उससे साफ है कि बिहार में कुछ न कुछ सियासी खिचड़ी पक रही है। इन कयासों को इसलिए भी बल मिल रहा है, क्योंकि नीतीश भी लगातार बीजेपी के शीर्ष नेताओं से ‘उचित दूरी’ बनाए हुए हैं। चाहे बात 24 घंटे पहले हुई नीति आयोग की बैठक की करें या पिछले महीने की 30-31 जुलाई को हुई बीजेपी की सातों मोर्चे की बैठक हो। जेपी नड्डा और अमित शाह जैसे आला नेता बिहार आए लेकिन नीतीश उन नेताओं से नहीं मिले। हालांकि इसको लेकर सीएम के कोरोना संक्रमित होने का हवाला दिया गया। शाह ने घोषणा भी कर दी कि 2024-25 का चुनाव जेडीयू के गठबंधन में लड़ेंगे, लेकिन जेडीयू है कि झुकने को तैयार ही नहीं है। जेडीयू ने बीजेपी के सातों मोर्चे की बैठक को गंभीरता से लिया और अब वो बिहार में कुछ बड़ा करना चाहता है। नीतीश कुमार कोरोना से उबरकर बाहर आ चुके हैं। आते ही आरसीपी की अकूत संपत्ति इकट्ठा करने के मामले में पार्टी की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया। जिसके बाद आरसीपी ने भी बिना देरी किए पार्टी का प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इसी के साथ जेडीयू में टूट के संकेत भी मिलने लगे। उधर नीति आयोग की बैठक में सीएम ने नहीं जाकर जहां मैसेज पहुंचाना था, पहुंचा दिया। इन संकेतों पर बीजेपी समझती है तो बात बन जाएगी, नहीं तो आरजेडी सब कुछ समझे हुए बैठा है। खबर तो ये भी है कि आरजेडी ने अपने विधायकों को 12 अगस्त तक पटना ना छोड़ने की ताकीद की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से भी संपर्क साधा है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। तमाम संकेतों से बीजेपी नेताओं के दिल की धड़कनें बढ़ी हुई हैं।