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2 IAS के ऊपर FIR दर्ज होने से हरियाणा सरकार की ईमानदार छवि पर लगा दाग? सरकार की छवि खराब करने वाले अधिकारियों पर लेना चाहिए संज्ञान?*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज़,
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2 IAS के ऊपर FIR दर्ज होने से हरियाणा सरकार की ईमानदार छवि पर लगा दाग? सरकार की छवि खराब करने वाले अधिकारियों पर लेना चाहिए संज्ञान?*
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चंडीगढ़ ;- यूँ तो हरियाणा में किसी न किसी अधिकारी पर रोजाना भ्र्ष्टाचार के आरोप लगना अब आम बात हो गयी है। परन्तु अब भ्र्ष्टाचार के इल्जाम 2 वरिष्ठ IAS आपस मे एक दूसरे पर लगा रहे हैं। कुछ दिन पहले सरकार व अन्यो पर इल्जाम अधिकारियों पर हमेशा इल्जाम लगाने वाले IAS अधिकारी अशोक खेमका के ऊपर भ्र्ष्टाचार के मामले में पंचकूला पुलिस में शिकायत दर्ज हुई थी। बीते कल खुद गृहमंत्री विज ने अशोक खेमका के साथ जाकर पंचकूला थाने में संजीव शर्मा के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। इससे एक बात साफ हो गयी है कि यह लड़ाई 2 IAS के बीच न होकर CMO व HMO के बीच है? ऐसा होने से क्या पूरे देश में हरियाणा सरकार की फजीहत नही हुई है। क्या ईमानदारी का राग अलापने वाली मनोहर लाल सरकार पर भ्र्ष्टाचार का दाग नही लगा है? सरकार की छवि खराब करने पर क्या खट्टर सरकार द्वारा सख्त निर्णय लेते हुए दोनों IAS अधिकारियों को सस्पेंड नही कर देना चाहिए?हरियाणा के दो आईएएस अफसर अशोक खेमका और संजीव वर्मा के बीच चल रहे विवाद के बहाने एक बार फिर से सीएमओ और मंत्री अनिल विज में टकराव हुआ है। हालांकि सरकार और अफसरों ने बीच का रास्ता निकालते हुए दोनों ही अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। लेकिन टकराव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अशोक खेमका की शिकायत पर एफआईआर करवाने के लिए खुद विज को डीसीपी कार्यालय जाना पड़ा और एफआईआर नंबर 171 दर्ज की गई। वहीं विज के डीसीपी कार्यालय जाने के बाद सीएमओ भी हरकत में आया। सीएमओ ने खेमका के खिलाफ भी एफआईआर नंबर 170 दर्ज कराई। क्योंकि सीएमओ आईएएस संजीव वर्मा के पक्ष में हैं। ऐसे में उनके खिलाफ एफआईआर होने से पहले खेमका के खिलाफ दर्ज की गई। गृहमंत्री अनिल विज आईएएस अशोक खेमका के समर्थन में आए हैं।
अशोक खेमका की शिकायत पर आईएएस संजीव वर्मा और रविंद्र के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। खेमका ने शिकायत में अपने ऊपर लगे आरोपों को गलत बताया और कहा कि स्क्रीनिंग कमेटी ने मैनेजर ग्रेड 1 के पात्रों को शार्ट लिस्ट किया था, न कि कमेटी की सिफारिश में बदलाव किया। कमेटी द्वारा शार्ट लिस्ट उम्मीदवारों का इंटरव्यू कार्यकारी समिति ने लिया। सामान्य व अनारक्षित वर्ग के लिए कोटा नहीं बनता। अंक ज्यादा होने पर सामान्य वर्ग को रखा गया। यह निर्णय कार्यकारी समिति ने लिया। रविंद्र के पिता के खिलाफ उसने एक मामले में जांच की थी, इसलिए वह रंजिश रखता है। दोनों ने और कुछ पत्रकारों ने मिलकर मेरी छवि को जानबूझकर धूमिल किया है। मुझ पर लगाए गए आरोप निराधार हैं और मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए। हरियाणा वेअर हाउसिंग के एमडी संजीव वर्मा ने वर्ष 2010 में अशोक खेमका पर विभाग में एमडी पद पर रहते हुए 2 मैनेजरों की नियुक्ति में अनियमितताएं बरतने के आरोप लगाए। इसकी जांच हुई और कमेटी ने दोनों की नियुक्ति रद्द कर दी। इसके बाद एक सप्ताह पहले संजीव वर्मा ने आईएएस अशोक खेमका के खिलाफ पंचकूला सेक्टर पांच में एफआईआर दर्ज करने की शिकायत दी।
दूसरी ओर आईएएस अशोक खेमका ने आर्काइव डिपार्टमेंट में वाहन के मिसयूज की शिकायत के पुराने मामले में संजीव वर्मा के खिलाफ शिकायत दे दी, परंतु पंचकूला पुलिस ने उस पर कोई कारवाई नहीं की। खेमका ने अनिल विज को एसएमएस करके मामला उनको बताया। इसके बाद खेमका के साथ विज पंचकूला डीसीपी कार्यालय पहुंचे। विज ने डीसीपी को अशोक खेमका द्वारा दी गई शिकायत पर मामला दर्ज करने के आदेश दिए। विज ने कहा कि हरियाणा में कोई भी शिकायत है तो उस पर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। जब एक आईएएस की शिकायत पर मामला दर्ज नहीं होगा तो आम आदमी की शिकायत पर मामला कैसे दर्ज हो पाएगा।

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