कांग्रेस सुत्रो के अनुसार सीएम चरणजीत चन्नी और पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू को बनाया जा सकता हैं ढाई-ढाई साल के लिए CM*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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कांग्रेस सुत्रो के अनुसार सीएम चरणजीत चन्नी और पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू को बनाया जा सकता हैं ढाई-ढाई साल के लिए CM*
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चंडीगढ़ ;- पंजाब कांग्रेस में सीएम फेस को लेकर घमासान जारी है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू में टक्कर है तो सुनिल जाखड़ भी ताल ठोक रहे हैं। ऐसे में पार्टी ने सेफ गेम खेलने की तैयारी कर ली है। सियासी जानकारों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सीएम चरणजीत चन्नी और पंजाब कांग्रेस के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू को ढाई-ढाई साल के लिए CM का चेहरा बनाया जा सकता है। सरकार बनने के बाद पहले CM कौन बनेगा? इसका फैसला चुनकर आए पार्टी के विधायक करेंगे। पंजाब चुनाव में वोट बैंक का गणित ऐसा है कि कांग्रेस किसी एक का नाम लेकर रिस्क नहीं ले सकती।
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कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पंजाब में कांग्रेस कल 6 फरवरी को मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा करेगी। इसके लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लुधियाना जा रहे हैं। राहुल लुधियाना से वर्चुअल रैली के जरिए दोपहर 2 बजे CM फेस का ऐलान कर सकते हैं। राहुल की वर्चुअल रैली को पंजाब की 117 विधानसभा सीटों पर लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा।
कांग्रेस अब ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला इसलिए लेकर आई है क्योंकि कैप्टन अमरिंदर सिंह की विदाई के बाद कांग्रेस में खींचतान मची हुई है। ऐसे में किसी एक चेहरे को आगे करना कांग्रेस के लिए पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। अब ढाई-ढाई साल के फॉर्मूले के बाद नवजोत सिद्धू और चरणजीत चन्नी अपने समर्थक उम्मीदवारों को जिताने के लिए पूरा जोर लगाएंगे, ताकि वह पहले CM की कुर्सी तक पहुंच सकें। इससे कांग्रेस पूरा जोर लगाएगी कि सत्ता में वापसी की जा सके। पहले किसे CM बनाना है, इसकी चाबी कांग्रेस हाईकमान के पास ही रह जाएगी। कांग्रेस में यही परंपरा रही है। कांग्रेस के पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में यह तो कहा कि कल राहुल गांधी CM चेहरे की घोषणा करेंगे, लेकिन यह चेहरा कैसे तय किया गया, इस पर चौधरी खामोश रहे। साफ है कि सर्वे क्या हुआ, उसका परिणाम क्या रहा, इसका पता सिर्फ कांग्रेस हाईकमान को ही रहेगा। ऐसे में राहुल गांधी जो कहेंगे, वह चन्नी और सिद्धू को मानना ही होगा। दोनों पहले भी इसका भरोसा दे चुके हैं। कांग्रेस के लिए पंजाब में दलित और जट्ट सिख वोट बैंक जरूरी हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि हिंदू वोट बैंक में कांग्रेस को बड़ी मुश्किल हो रही है। उनके बड़े हिंदू चेहरे सुनील जाखड़ प्रचार से दूर हैं। वहीं, कुछ दिन पहले उन्होंने उनके हक में 42 विधायक होने के बावजूद CM न बनाने की बात कह दी, जिसे विरोधियों ने मुद्दा बना दिया कि हिंदू होने की वजह से कांग्रेस ने जाखड़ को CM नहीं बनाया। वहीं शहरों में कैप्टन और भाजपा गठजोड़ भी कांग्रेस को हिंदू वोट बैंक का नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में कांग्रेस का चन्नी-सिद्धू की जोड़ी पर दांव खेलना मजबूरी बन चुका है।