कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मनोहर मंत्रिमंडल को घेरते हुए कहा डीजीपी-गृहसचिव भी 30 % सवाल हल नही कर सकते*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मनोहर मंत्रिमंडल को घेरते हुए कहा डीजीपी-गृहसचिव भी 30 % सवाल हल नही कर सकते*
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चंडीगड़ ;- हरियाणा में 5500 पदों पर हो रही पुरुष कांस्टेबल की भर्ती को लेकर एक बार फिर विवाद की स्थिति बन गई है। पिछली बार अजीबो-गरीब सवाल पूछकर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को कठघरे में खड़ा होना पड़ा था, जिसके बाद पेपर तैयार करने वाली प्राइवेट एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया था। इस बार कांस्टेबल की भर्ती के लिए हुई लिखित परीक्षा में न केवल बहुत अधिक कठिन सवाल पूछे गए, बल्कि हरियाणा के सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल पूरी तरह से गायब हो गए। इसका नुकसान यह होगा कि लिखित परीक्षा देने वाले हरियाणा से बाहर के युवाओं को ज्यादा फायदा होगा और हरियाणा के युवाओं को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी, गृह सचिव राजीव अरोड़ा और पुलिस महानिदेशक पीके अग्रवाल समेत मंत्रिमंडल के सभी मंत्रियों तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों को खुली चुनौती दी है कि वह इस पेपर में से 30 फीसद सवाल हलकर दिखा दें तो वह आज तक लगाए गए अपने तमाम आरोपों को माफी के साथ वापस ले लेंगे। सुरजेवाला से पहले रविवार की रात को श्वेता ढुल नाम की एक सामाजिक कार्यकर्ता ने फेसबुक पर आनलाइन आकर पुलिस भर्ती के लिए पूछे गए सवालों पर कड़ी आपत्ति जाहिर की थी।
हरियाणा में 5500 पुरुष कांस्टेबल की भर्ती होनी है, जिसकी परीक्षा का री-शेड्यूल 31 अक्टूबर, एक नवंबर और दो नवंबर है। पेपर लीकेज और नकल माफिया पर अंकुश लगाने के लिए हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने इस बार के पेपर में नया प्रयोग किया है। इसके तहत सुबह और शाम की पालियों में चार-चार अलग-अलग तरह के पेपर दिए गए। यानी एक पाली में जितने भी युवाओं ने परीक्षा दी, उनके पास अलग-अलग तरह के चार प्रश्नपत्र थे। ऐसा ही शाम की पाली में हुआ। आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी का मानना है कि ऐसा करने से नकल रुकेगी तथा पेपर लीकेज माफिया पर पूरी तरह से अंकुश लग जाएगा, लेकिन रणदीप सिंह सुरजेवाला ने साफतौर पर कहा कि अमूमन ऐसा होता है कि प्रश्नपत्र तो एक ही तरह का होता है, लेकिन उसके सवाल ऊपर-नीचे हो जाते हैं, मगर आयोग ने एक परीक्षा में चार तरह के प्रश्नपत्र देकर उत्तर पुस्तिकाएं (ओएमआर) शीट खाली छोड़कर आने वालों के लिए मनमर्जी की भर्ती का नया रास्ता खोल दिया है।