नोकरशाह को लेकर छिड़ी जंग में वेस्ट बंगाल की सीएम ममता ने पीएम मोदी के अरमानों पर पानी फेरते हुए चटा दी धूल!मुख्य सचिव को रिटायर कर बनाया मुख्य सलाहकार*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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नोकरशाह को लेकर छिड़ी जंग में वेस्ट बंगाल की सीएम ममता ने पीएम मोदी के अरमानों पर पानी फेरते हुए चटा दी धूल!मुख्य सचिव को रिटायर कर बनाया मुख्य सलाहकार*
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चंडीगढ;- वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक माह पहले ही भारतीय जनता पार्टी व नरेंद्र मोदी को विधानसभा चुनाव में बुरी तरह हराया था। आज एक बार फिर नोकरशाह को लेकर छिड़ी जंग में ममता ने पीएम मोदी को धूल चटा दी। यह कहना कोई अतिशयोक्ति नही होगा कि सीएम ममता बनर्जी न केवल राजनीति की रग पहचानती है बल्कि यह भी कह सकते हैं कि ममता ने कूटनीति में भी महारत हासिल कर रखी है। जिसका नतीजा यह है की मुख्य सचिव को रिटायरमेंट देकर अपना मुख्य सलाहकार बना लिया। मोदी सरकार देखती ही रह गयी। अब केंद्र कार्रवाई पर अड़ा, कहा- हम चार्जशीट भेजेंगे और एक्शन लेंगे ।।
केंद्र और बंगाल सरकार के बीच चल रहे टकराव में सोमवार को नया मोड़ आ गया। बंगाल के मुख्य सचिव अलापन बंधोपाध्याय को केंद्र ने सोमवार सुबह को ही दिल्ली बुलाया था, पर वो नहीं पहुंचे। इसके बाद केंद्र सरकार ने शाम करीब सवा पांच बजे अलापन को कारण बताओ नोटिस भेजा। केंद्र की इस कार्रवाई के चंद मिनट बाद ही ममता बनर्जी ने अलापन को मुख्य सचिव पद से रिटायर कर प्रमुख सलाहकार बना दिया। ममता ने बताया कि एचके द्विवेदी को नया मुख्य सचिव और बीपी गोपालिका को नया गृह सचिव नियुक्त किया गया है। ममता ने कहा कि अलापन 31 मई को रिटायर हो रहे हैं और वे दिल्ली में जॉइन करने नहीं जा रहे हैं। उन्हें 3 साल के लिए मुख्य सलाहकार बनाया गया है। ममता के इस फैसले के बाद केंद्र भी कार्रवाई पर अड़ गया। सवा छह बजे केंद्र ने कहा- भले ही अलापन रिटायर हो रहे हों, लेकिन हम चार्जशीट भेजकर उन पर कार्रवाई करेंगे।
केंद्र के बुलावे के बावजूद नाबन्ना भवन में डटे रहे अलापन,
वे हावड़ा की नाबन्ना बिल्डिंग पहुंचे। यहां उन्हें कोविड रिलीफ से जुड़ी एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल होना था। सुबह करीब 10.30 बजे हुई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के बाद भी अलापन दिल्ली रवाना नहीं हुए। शाम होते-होते केंद्र का एक्शन भी साफ हो गया और उस पर ममता ने भी मास्टर स्ट्रोक चल दिया।
बंगाल में मोदी की मीटिंग में देर से पहुंचे थे बंधोपाध्याय
अलापन बंधोपाध्याय चक्रवात यास के रिव्यू के लिए शुक्रवार को बुलाई गई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मीटिंग में देरी से पहुंचे थे। इसके बाद शाम को ही उन्हें दिल्ली बुलाने के आदेश जारी हो गए। रिटायर्ड सीनियर ब्यूरोक्रेट्स और लीगल एक्सपर्ट्स का मानना है कि केंद्र सरकार ने भले चीफ सेक्रेटरी को दिल्ली रिपोर्ट करने का आदेश दे दिया हो, लेकिन इसे लागू करना मुश्किल हो सकता है। उन्हें रिलीव करना राज्य सरकार के अधिकार में आता है। ऐसे में ममता उन्हें दिल्ली भेजने से इनकार कर सकती हैं। और ममता ने मास्टर स्ट्रोक चल भी दिया। केंद्र ने दिल्ली बुलाने का आदेश जारी किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को बंगाल पहुंचे थे। वे यास तूफान से राज्य में हुए नुकसान का रिव्यू करने के लिए पहुंचे थे। इस मीटिंग में भी मुख्य सचिव अलापन बंधोपाध्याय देर से पहुंचे थे। जबकि ममता और बंधोपाध्याय उसी इमारत में मौजूद थे, जिसमें मोदी की मीटिंग चल रही थी। उनके देर से पहुंचने के बाद ही केंद्र ने उन्हें दिल्ली बुलाने का आदेश जारी कर दिया था।