हरियाणा में स्कूल-कॉलेज दोबारा से बंद होने की मात्र अफवाह,अभी नियंत्रण में स्तिथि ;- शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा में स्कूल-कॉलेज दोबारा से बंद होने की मात्र अफवाह,अभी नियंत्रण में स्तिथि ;- शिक्षामंत्री कंवरपाल गुर्जर*
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चंडीगढ़ :- हरियाणा में स्कूल-कॉलेज दोबारा से बंद होने की अफवाहों पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने ब्रेक लगा दी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने साफ कहा कि अभी सभी चीजें कंट्रोल में है। स्कूल बंद करने जैसी स्थिति अभी नहीं दिख रही, लेकिन उसके बावजूद बच्चों का स्वास्थ्य हमारे लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। जिसके लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर रखे हैं कि कहीं भी किसी भी प्रकार की स्थिति बिगड़ती दिखे तो वह फैसला ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि समय की जरूरत के अनुसार निर्णय लिए जाएंगे। लेकिन आज सभी स्कूल खुले हुए हैं और सब कुछ कंट्रोल में है। इस मौके पर शिक्षा मंत्री ने बताया कि ऑनलाइन शिक्षा में कहीं गरीब बच्चे पिछड़ ना जाएं इसके लिए जो बच्चों को टैब देने का फैसला था उस पर टेंडर होने वाला है। टेंडर होने के बाद अगले सेशन में बच्चों को टैब उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। इसके साथ कंवर पाल गुर्जर ने हाल ही में कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी के गाड़ी पर पथराव और विधायक रामकरण काला के घर के घेराव के मामले पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रजातंत्र में अपनी बात कहने का सभी को अधिकार है। अगर यह आंदोलनकारी लोग, किसान यूनियन, किसान मोर्चा, कांग्रेसी या अन्य राजनीतिक लोग अपनी बात कहना चाहते हैं। विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं तो बड़ी खुशी से करें। लेकिन अगर झगड़ा करने की नियत से, टकराव करने की नियत से और समाज को लड़ाने का कोई प्रयास करेगा तो निश्चित तौर पर सख्त से सख्त कार्रवाई उनके खिलाफ की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सांसद पर कातिलाना हमला किया गया वह बेहद निंदनीय है। यह बहुत गलत है। प्रजातंत्र में जनता मालिक है अगर सरकार अपनी बात रखना चाहती है तो वह रखेगी। विपक्ष अपनी बात रखना चाहता है तो वह रखें। किसान यूनियन किसान मोर्चा अपनी बात रखना चाहता है तो रखें। फैसला जनता करेगी। लेकिन कानून को अपने हाथ में लेने का अधिकार किसी को नहीं दिया जाएगा। इस प्रकार के घटनाक्रम प्रजातंत्र के लिए ठीक नहीं है और बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। गुर्जर ने कहा कि कोरोना की वजह से पिछले साल पर्यटन विभाग काफी घाटे में रहा। जिस कारण से विभाग की पेमेंट करने के लिए सरकार से पैसे तक लेने पड़े। अब कुछ बदलाव विभाग में घाटे को उभारने के लिए किए गए हैं जैसे होमस्टे पॉलिसी शुरू की गई है। इसे धीरे-धीरे बढ़ावा देने की तैयारी है। जिससे विभाग घाटे से उभरकर मुनाफे की तरफ बढ़े। विभाग पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए और भी कई स्कीम ला रहा है। जिससे उम्मीद है कि मुनाफा काफी बढ़ जाएगा।