Friday, September 20, 2024
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महम विधायक बलराज कुंडू के गढ़ में चौबीसी चबुतरे पर किसानों के सबसे बडे हितेषी अभय चौटाला का हुआ जोरदार अभिनन्दन*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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महम विधायक बलराज कुंडू के गढ़ में चौबीसी चबुतरे पर किसानों के सबसे बड़े हितेषी अभय चौटाला का हुआ जोरदार अभिनन्दन*
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रोहतक;- महम विधानसभा उपचुनाव 1990 के दौरान महम में हुए हिंसक घटना क्रम के लगभग 30 साल बाद चौधरी देवीलाल के पौत्र पूर्व विधायक अभय सिंह चौटाला को चौबीसी चबूतरे पर आयोजित किसान सम्मेलन सम्मान समारोह में किसान रत्न से सम्मानित किया गया। महम कांड के बाद अभय चौटाला पहली बार किसी बडे कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं। हालांकि अभय चौटाला पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद साबित हुए हैं। उन्हें कोर्ट ने हर आरोप से बरी कर दिया है। हरियाणा सर्वखाप सर्वजातीय युवा पंचायत व सर्वखाप पंचायत महम चौबीसी की ओर से वीरवार को किसान सम्मेलन सम्मान समारोह आयोजित किया गया। जिसकी अध्यक्षता सर्वखाप पंचायत महम चौबीसी के प्रधान तुलसी ग्रेवाल ने की। किसानों के हित में विधायक पद से इस्तीफा दे चुके अभय सिंह चौटाला को इस कार्यक्रम में विशेष रूप से सम्मानित किया गया। हरियाणा सर्वखाप सर्वजातीय युवा पंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सतीश राठी ने पगडी पहनाकर उनका स्वागत किया। वहीं, ग्रेवाल व अन्य खापों के प्रधानों ने अभय सिंह चौटाला को किसान रत्न हल आदि से सम्मानित किया। ग्रेवाल ने कहा कि किसानों के हित में अपने पद को त्याग कर किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने वाले अभय ने पूर्व प्रधान मंत्री चौधरी देवीलाल के असली वारिस होने का प्रमाण दिया है। वहीं राठी ने कहा कि किसान आंदोलन के चलते अभय सिंह चौटाला ने विधायक पद से इस्तीफा दिया है। इसलिए उनको इस पवित्र चबूतरे पर सम्मानित किया गया है। यह राजनैतिक मंच नहीं था। किसी और पार्टी व निर्दलीय विधायक ने इस्तीफा दिया होता तो इस सम्मेलन में उन्हें भी सम्मानित किया जाता। अभय सिंह ने कहा कि सरकार किसानों को गुमराह कर रही है। आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक तीनों कानून वापस नहीं लिए जाते।

*सम्मेलन में तीन प्रस्ताव पास*:-

सम्मेलन में तीन प्रस्ताव पास किए गए। जिनमें कृषि पर बनाए गए कानूनों को रद किया जाने। एमएसपी की गारंटी वाला कानून बनाया जाने व किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर किए गए मुकदमे वापस लिए जाने की मांग शामिल है। इस अवसर पर पूर्व विधायक बलवंत मायना, नफे सिंह राठी, भीम पहलवान डीघल, महेन्द्र दलाल, प्रकाश भारती, सुमित्रा देवी, रामेश्वर दास, सतीश जैन, सरोज चौधरी, राजेश गिल, रमेश आर्य, राजेन्द्र ढांडा, दयानंद देशवाल, सुनील गुलिया, सतीस सिसाय, शीलू नारनौंद, जयपाल लाठर, मुकेश लितानी, कलीराम खेदड, रामफल, पुष्पेंद्र व जय किशन आदि उपस्थित थे।

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