UPSC में दो महिला सदस्यों को मिली नियुक्ति / IAS सुजाता चतुर्वेदी और IAS अनुराधा प्रसाद होंगी आयोग की सदस्य*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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UPSC में दो महिला सदस्यों को मिली नियुक्ति / IAS सुजाता चतुर्वेदी और IAS अनुराधा प्रसाद होंगी आयोग की सदस्य*
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दिल्ली ;- कुछ दिनों पहले संघ लोक सेवा आयोग में दो नई महिला सदस्यों की नियुक्ति की हुई है। इस नियुक्ति से प्रतिष्ठित संस्था में महिलाओं का प्रतिनिधित्व और सशक्तिकरण अधिक मजबूत हुआ है।
केंद्र सरकार के आदेशानुसार सुजाता चतुर्वेदी और अनुराधा प्रसाद को आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है।
सुजाता चतुर्वेदी और अनुराधा प्रसाद दोनों ही भारत की प्रशासनिक सेवा की सशक्त और अनुभवी अधिकारी रही हैं। यूपीएससी जैसी सर्वोच्च संस्था में इनकी नियुक्ति महिलाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। आइए जानते हैं आईएएस सुजाता चतुर्वेदी और अनुराधा प्रसाद की शिक्षा, प्रशासनिक करियर और उपलब्धियों के बारे में।
कौन हैं आईएएस सुजाता चतुर्वेदी ?
सुजाता चतुर्वेदी 1989 बैच की बिहार कैडर की आईएएस अधिकारी हैं, जिन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से अंग्रेजी में स्नातक की डिग्री हासिल की। बाद में इतिहास से परास्नातक की उपाधि प्राप्त की। लोक प्रशासन में एम.फिल और रूसी भाषा में डिप्लोमा भी किया है।
यूपीएससी सदस्य की शपथ लेने से पहले सुजाता चतुर्वेदी खेल सचिव के पद पर कार्यरत थीं। सुजाता चतुर्वेदी महज दो महीने बाद रिटायर होने वाली हैं। रिटायरमेंट से पहले मिली इस नई भूमिका में अपने लंबे अनुभवों के जरिए योगदान देंगी। सुजाता ने राज्य और केंद्र सरकार दोनों में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं।सुजाता चतुर्वेदी ने राज्य में वित्त विभाग की प्रधान सचिव, वाणिज्यिक कर आयुक्त, वित्त विभाग की सचिव, शहरी विकास विभाग की उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया। वहीं केंद्र में युवा कार्यक्रम और खेल सचिव, डीओपीटी में अपर सचिव और भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण में क्षेत्रीय उप महानिदेशक के पद पर भी कार्य किया है। सार्वजनिक नीति, प्रशासनिक सुधार, खेल नीति और स्वास्थ्य क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाली सुजाता अब यूपीएससी की नए सदस्य के रूप में संस्था को अपनी सेवा देंगी।
*कौन हैं आईएएस अधिकारी अनुराधा प्रसाद*
अनुराधा प्रसाद 1986 बैच की ओडिशा कैडर की प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं। उन्होंने लेडी श्री राम कॉलेज फॉर विमेन से अर्थशास्त्र में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में मास्टर ऑफ आर्ट्स प्राप्त किया। उनके पास ब्रिटेन के बर्मिंघम विश्वविद्यालय से विकास प्रशासन में मास्टर डिग्री भी है। बाद में श्रम और रोजगार मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर कार्य किया। इस दौरान अनुराधा प्रसाद ने सामाजिक सुरक्षा, श्रमिक कल्याण और महिला सशक्तिकरण के कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाई। आईएएस अधिकारी अनुराधा प्रसाद केंद्रीय श्रम संस्थान में महानिदेशक भी रह चुकी हैं , जहां श्रम सुरक्षा और कल्याण योजनाओं में सुधार किया। उन्हें विभिन्न राज्य स्तरीय प्रशासनिक पदों पर दीर्घकालिक अनुभव है। 37 वर्षों से अधिक के करियर में उन्होंने रक्षा, वित्त, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग, श्रम और रोजगार और गृह मंत्रालयों में काम किया है, नीति और कार्यक्रम निर्माण और कार्यान्वयन में गहन अनुभव प्राप्त किया है।
*कैसे होती है यूपीएससी सदस्य की नियुक्ति*
यूपीएससी सदस्य को छह साल की अवधि या 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने तक के लिए नियुक्त किया जाता है। यूपीएससी का नेतृत्व एक अध्यक्ष करता है और इसमें अधिकतम 10 सदस्य हो सकते हैं। आयोग भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है।

