*पूर्व सीएम हुड्डा ने नायब सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा तमाम चुनावी वादों की तरह बीजेपी सरकार ने तोड़ा गरीबों को सस्ते फ्लैट का देने वादा*
*राणा ओबराय*
*राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,*
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*पूर्व सीएम हुड्डा ने नायब सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा तमाम चुनावी वादों की तरह बीजेपी सरकार ने तोड़ा गरीबों को सस्ते फ्लैट का देने वादा*
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चंडीगढ़ ;- ऐसा लगता है कि भाजपा ने लोक कल्याण के लिए नहीं, बल्कि जनता को कदम-कदम पर धोखा देने के लिए ही प्रदेश में सरकार बनाई है। क्योंकि बीजेपी चुनाव से पहले किए गए अपने हरेक वादे से मुकर रही है और उसको वोट देने वाली जनता के साथ धोखे पर धोखा कर रही है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा प्रदेश में आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों को सस्ती दरों पर फ्लैट देने वाले भाजपा के वादे पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि पिछले कई साल से और खासकर चुनाव से पहले बीजेपी ने गरीबों को सस्ते फ्लैट देने का सपना दिखाया था। बीजेपी ने दावा किया था कि पूरे प्रदेश में 1 लाख 80 हजार 879 लोगों को सस्ते फ्लैट मुहैया किए जाएंगे। लेकिन तीसरी बार सत्ता हथियाते ही बीजेपी ने इस योजना को ही रद्द कर दिया। जबकि बीजेपी 2017 से ही इस योजना का खूब ढिंढोरा पीट रही है। बीजेपी का कहना था कि प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत गरीबों को सस्ते फ्लैट दिए जाएंगे। इसके लिए सर्वे करने का भी झुनझुना खूब बजाया गया, लेकिन नतीजा शून्य रहा।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा पूरी तरह गरीब, दलित व पिछड़ा विरोधी है। इससे पहले यह सरकार कांग्रेस द्वारा शुरू की गई 100-100 गज के मुफ्त प्लाट आवंटन की योजना को बंद करके अपनी मानसिकता का परिचय दे चुकी है। इस सरकार ने हुडा सेक्टर्स में प्लॉट के लिए स्थापित किए गए लकी ड्रॉ सिस्टम को भी बंद कर दिया और बोली के जरिए प्लाट बेचने की योजना शुरू कर दी। साथ ही सरकार द्वारा विभिन्न वर्गों को सेक्टर्स में सस्ते प्लॉट मुहैया करवाने की योजना को भी खारिज कर दिया। इसके चलते सेक्टर्स में प्लॉट्स की कीमत आसमान छूने लगी है। गरीब तो क्या, कोई मध्यम वर्गीय परिवार भी भविष्य में सेक्टर के भीतर आवास बनाने का सपना नहीं देख पाएगा।
हुड्डा ने सरकार से कहा है कि बीजेपी को अपनी इस गरीब, दलित, पिछड़ा व मध्यम वर्ग विरोधी मानसिकता को बदलना चाहिए और चुनाव के दौरान किए गए वादों को पूरा करना चाहिए।