अभय चौटाला के पुत्र कर्ण चौटाला बने सिरसा जिला परिषद के चेयरमैन, संभाला कार्यभार*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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अभय चौटाला के पुत्र कर्ण चौटाला बने सिरसा जिला परिषद के चेयरमैन, संभाला कार्यभार*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा के सिरसा जिले में शुक्रवार को जिला परिषद चेयरमैन का चुनाव हुआ। जिसमें इनेलो के उम्मीदवार कर्ण चौटाला ने AAP के गुरभेज सिंह को हरा दिया, जबकि वाइस चेयरमैन के पद पर निर्दलीय उम्मीदवार मीना रानी ने आप की उम्मीदवार संदीप कौर को हराया। निर्दलीय उम्मीदवार मीना रानी को इनेलो पार्षदों का सहयोग मिला। कर्ण चौटाला की जीत से 17 सालों के बाद चौटाला परिवार का कोई सदस्य तीसरी बार जिला परिषद का चेयरमैन बना है।
चुनाव में इनेलो उम्मीदवार कर्ण चौटाला को 12, AAP के गुरभेज को 6 वोट मिले, जबकि आजाद उम्मीदवार आत्माराम को 1 वोट मिला। एक निर्दलीय उम्मीदवार ओमप्रकाश को 1 वोट मिला। वहीं वाइस चेयरमैन के चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार मीना रानी को 13, AAP की संदीप कौर को 6 वोट मिले। कर्ण की जीत के साथ ही चौटाला परिवार से दूसरी बार कोई व्यक्ति जिला परिषद का चेयरमैन बना है। पिछली बार कर्ण चौटाला वाइस चेयरमैन थे।
इससे पहले सुबह कर्ण चौटाला अपने समर्थक पार्षदों और आम आदमी पार्टी के 6 पार्षदों सहित कुल 19 पार्षद पंचायत भवन में पहुंच गए। ऐसे में चुनाव के लिए कोरम पूरा हो गया है। बहुमत के लिए 13 पार्षदों की जरूरत है। चुनाव में इनेलो की ओर से कर्ण चौटाला ने चेयरमैन और आम आदमी पार्टी की ओर से गुरभेज सिंह और निर्दलीय ओमप्रकाश ने नामांकन भरा, जबकि वाइस चेयरमैन के लिए निर्दलीय उम्मीदवार मीना रानी और आम आदमी पार्टी से संदीप कौर ने नामांकन भरा।
यह चुनाव इसलिए दिलचस्प बना क्योंकि इनेलो नेता व ऐलनाबाद के विधायक अभय चौटाला ने अपने बेटे कर्ण चौटाला को उम्मीदवार खड़ा किया था। कर्ण पिछली बार जिला परिषद के वाइस चेयरमैन थे। हालांकि इनेलो के पास 10 पार्षद थे, जबकि चेयरमैन के लिए उन्हें 3 और पार्षदों के समर्थन की जरूरत थी।
सिरसा जिला परिषद में 24 सीटें है। इनेलो के पास 10, आम आदमी पार्टी के 6, जजपा समर्थित 1, भाजपा समर्थित 3, मीनू समर्थित 2 और 2 आजाद उम्मीदवार हैं। बहुमत किसी भी दल के पास नहीं है। बहुमत के लिए 13 पार्षदों का होना जरूरी है। इनेलो के पास 10 पार्षद हैं। उसे तीन की जरूरत है। आम आदमी पार्टी ने किसी भी गुट को समर्थन न करने की घोषणा की है। उन्हें ये आदेश उनके सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने दिए है।
जिला परिषद चेयरमैन चुनाव में भाजपा- जजपा गठबंधन संयोजक मीनू बैनीवाल के समर्थक, जजपा- भाजपा समर्थित कुल 5 पार्षद नहीं पहुंचे। मीनू बैनीवाल अपने समर्थक नंद लाल बैनीवाल, भाजपा समर्थित पार्षदों के सहयोग से अपना उम्मीदवार खड़ा करने की जुगत में थे। परंतु बहुमत न बनते देख उनके समर्थक चुनाव से नदारद रहे