प्रशव पीड़ा से परेशान महिला बैलगाड़ी से पहुँची अस्पतालसरकारी एम्बुलेंस खड़ी दिखी अस्पताल में
रिपोर्ट पंकज गुप्ता
मथुरा के कस्वा राया प्राथमिक स्वास्थ केंद्र का मामला
डीज़ल न होने का रोना रोते रहे एम्बुलेंस चालक भले ही योगी सरकार में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लाख दावे किए जाते रहे हो लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। जहां प्रसव पीड़ा से कराह रही महिला को परिजन बैलगाड़ी के सहारे लेकर अस्पताल पहुंचे। जबकि अस्पताल परिसर में सरकारी एंबुलेंस खड़ी हुई दिखाई दी।
कस्बा राया स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं ।जहां बैलगाड़ी में प्रसूता को लेकर परिजन पहुंचे। परिजनों ने तेज धूप से बचाने के लिए छाता भी लगाया ।लेकिन प्रसव पीड़ा से परेशान महिला पूनम कराहती रही। कस्बा राया से करीब 3 किलोमीटर दूर पर बसे गांव पडरारी की रहने वाली पूनम को आज प्रसव पीड़ा हुई तो परिजनों ने 108 और 102 नंबर पर एंबुलेंस बुलाने के लिए फोन किया। लेकिन उसका कोई जवाब न मिलने पर परिजन मजबूरन प्रसूता को बैलगाड़ी में डालकर अस्पताल लेकर पहुंचे।
अस्पताल परिसर में खड़ी हुई एंबुलेंस के स्टाफ से जब पूछा गया तो उनका कहना था गाड़ियों में डीजल नहीं है। जो अस्पताल में खड़ी कर दी गई है
अब सवाल इस बात का है कि सरकार द्वारा जननी सुरक्षा को लेकर तमाम योजनाएं चलाई जा रही हैं लेकिन ऐसे हालातों को देख नहीं लगता कि सरकार की योजनाएं धरातल पर साकार हो पा रही है।