राजकीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं ;-राकेश गुप्ता
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज़,
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राजकीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं ;-राकेश गुप्ता
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा के मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ० राकेश गुप्ता ने कहा कि हरियणा सरकार द्वारा राजकीय विद्यालयों में शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं, जिसके तहत सक्षम हरियाणा अभियान चलाया जा रहा है।
वे आज प्रदेश के सभी जिला अधिकारियों से विडियो कॉन्फ्रेस के माध्यम से शिक्षा विभाग के सक्षम हरियाणा कार्यक्रम की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लर्निंग एनहांसमैंट प्रोग्राम शुरू किए गए हैं। प्रदेश भर में 120 वट्सअप गु्रप भी बनाए गए हैं, जिनके माध्यम से अध्यापकों को बेहत्तर शिक्षण के लिए प्रेरित किया जा रहा है। डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत जिन ब्लाकों का रिजल्ट 80 प्रतिशत रहेगा उन्हें सक्षम ब्लाक में शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम के तहत अब तक पहले चरण में प्रदेश के नौ ब्लाकों को शामिल किया गया है तथा दूसरे चरण में प्रदेश के 24 ब्लाक शामिल हुए हैं।
डॉ० राकेश गुप्ता ने कहा कि जिला उपायुक्त व एसडीएम प्रत्येक माह की 10 से 20 तारीख के बीच शिक्षा विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर योजना पर चल रहे काम की समीक्षा करें। इसी प्रकार, जिला शिक्षा अधिकारी भी समय-समय पर बैठक लेकर योजना के तहत चल रही प्रतिक्रियों की समीक्षा करें ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई से संबंधित बाधाओं को दूर किया जा सके और प्रदेश सरकार के सक्षम हरियाणा के सपने को साकार किया जा सके। इसके अलावा स्कूलों में होने वाली मॉर्निंग प्रेयर के दौरान बच्चों को किसी न किसी पाठ्यक्रम विषय के बारे में पढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि आगामी 12 फरवरी तक सभी अतिरिक्त उपायुक्त एवं उपमंडलाधीशों द्वारा विद्यालयों की प्रस्तावित निगरानी विजिट करें तथा सभी प्रस्तावित मैंटरिंग विजिट भी पूर्ण की जाएं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल तथा शिक्षा मंत्री श्री राम बिलास शर्मा सरकारी विद्यालयों में पढऩे वाले सभी बच्चों को अपनी कक्षा के स्तर के हिसाब से सक्षम बनाने के लिए कृत संकल्प हैं।
डॉ० राकेश गुप्ता ने कहा कि शिक्षा विभाग के सभी अधिकारी एवं अध्यापक यह सुनिश्चित करें कि आंतरिक मूल्यांकन के दौरान नकल पर पूर्ण अंकुश लगाया जाए। वास्तविक मूल्यांकन से ही बच्चों के शिक्षण स्तर का पता चल पाएगा, जिसके आधार पर ही उनके शिक्षण स्तर में सुधार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के साथ-साथ अध्यापकों को भी नकल न करने के अभियान के तहत मूल्यांकन के दौरान नकल न करने तथा नकल न करने देने की शपथ दिलाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा आगामी शैक्षणिक सत्र के दौरान विद्यार्थियों को सत्र शुरू होने तक पुस्तकें उपलब्ध करवा दी जाएंगी। सरकार द्वारा यह सुनिश्चित किया गया है कि 31 मार्च, 2018 तक सभी विद्यालयों में प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पुस्तकें पहुंच जाएं। इसके लिए सभी अधिकारी 15 फरवरी तक पूरे आंकड़े उपलब्ध करवाएं क्योंकि इन्हीं आंकड़ों के आधार पर पुस्तकें उपलब्ध करवाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि सभी मुख्याध्यापकों, प्राचार्यों एवं अध्यापक एवं अध्यापिकाओं को जागरूक करने सही सक्षम हरियाणा के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।