आखिरकार यूटी प्रशासन ने तीन दिन पहले चंडीगढ़ के सबसे बड़े क्लब को किया कब्जा मुक्त/ बुलडोजर ने बैंक्वेट हाॅल सहित किचन और प्रवेश द्वार पर बने फव्वारों को भी तोड़ा*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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आखिरकार यूटी प्रशासन ने तीन दिन पहले चंडीगढ़ के सबसे बड़े क्लब को किया कब्जा मुक्त/ बुलडोजर ने बैंक्वेट हाॅल सहित किचन और प्रवेश द्वार पर बने फव्वारों को भी तोड़ा*
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आखिरकार शहर के सबसे बड़े चंडीगढ़ क्लब की वाॅयलेशन पर प्रशासन ने तीन दिन पहले यानी की सोमवार को बुलडोजर चला ही दिया। सोमवार सुबह 6 बजे से शुरू हुई कार्रवाई देर शाम तक चलती रही। इस दौरान प्रशासनिक अमला और पुलिस बल तैनात रहा। क्लब के साथ बने उस बैंक्वेट हाॅल को हटाया जिस पर पिछले 22 वर्षों से कमांडो कैटर्स का कब्जा था।
यहां पर आजतक कई वीआईपी लोगों के बच्चों की सैकड़ों शादियां हुई हैं। यहां तक कि कई वीआईपी लोगों के निधन के बाद उनके भोग का कार्यक्रम भी यहां पर हो चुका है। इस कब्जे को हटाने के लिए पिछले वर्षों किसी भी अधिकारी ने हिम्मत नहीं दिखाई थी।
इस वाॅयलेशन का मामला पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में चला गया था। हाईकोर्ट ने भी प्रशासन के पक्ष में फैसला सुनाया, जिसके बाद सोमवार को यह कार्रवाई की गई। कार्रवाई के दौरान बुलडोजर चलाकर क्लब की बनी किचन को भी तोड़ा गया जिसे भी प्रशासन ने वाॅयलेशन माना। चंडीगढ़ क्लब के 8500 सदस्य हैं। प्रशासन की ओर से क्लब प्रबंधन को कुल 8.5 एकड़ जमीन लीज पर दी गई है।संपदा विभाग की रिपोर्ट के अनुसार इस परिसर के अंदर और बाहरी हिस्से में कुल 32 अवैध स्ट्रक्चर बनाए गए थे, जो बिल्डिंग नियमों का उल्लंघन करते हैं। यहां पर सबसे बड़ा अवैध कब्जा मैरिज पैलेस का था जिसे अब हटा दिया गया है।असल में शहर में कोई अन्य इस तरह का शादियों के लिए बुकिंग जगह न होने के कारण इसकी मांग सबसे ज्यादा थी। इस दाैरान कमांडो कैटर्स और चंडीगढ़ क्लब प्रबंधन के बीच कार्रवाई को लेकर बहस भी हुई। लेकिन डीसी निशांत कुमार यादव ने स्पष्ट कहा कि वाॅयलेशन करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। चंडीगढ़ क्लब के प्रवेश द्वार पर बना फाउटेन भी तोड़ दिया गया है जिसे क्लब की सुंदरता के लिए लगाया था। कार्रवाई से पहले बिजली पानी का कनेक्शन काट दिया गया था ।
वाॅयलेशन के कारण रूकी हुई थी लीज
चंडीगढ़ क्लब की लीज डीड वर्ष 2022 में समाप्त हो चुकी है। नई लीज को मंजूरी देने से पहले प्रशासन ने साफ कर दिया है कि क्लब को सभी वाॅयलेशन हटानी होगी, लेकिन क्लब ने अपनी तरफ से वाॅयलेशन नहीं हटाई। प्रशासन के अनुसार वाॅयलेशन हटाने के बाद नया रिवाइज्ड नक्शा बिल्डिंग ब्रांच और एरिया एसडीओ को जमा कराना होगा।
नक्शा नियमों के अनुरूप पाया गया तभी नई लीज डीड लागू होगी। अब क्लब की लीज होने का रास्ता भी साफ हो गया है। तीन माह पहले भी एस्टेट ऑफिस ने चंडीगढ़ क्लब द्वारा 5 एकड़ सरकारी जमीन पर किये अवैध कब्जे व निर्माण के खिलाफ डेमोलिशन ड्राइव की थी। डीएसपी भी पूरे अभियान के दौरान स्थल पर मौजूद रहे।

