लॉ भवन चंडीगढ़ में आयोजित दीक्षांत समारोह में आज पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की जस्टिस कीर्ति सिंह ने नव नामांकित 585 अधिवक्ताओं को प्रमाण पत्र किए वितरित*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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लॉ भवन चंडीगढ़ में आयोजित दीक्षांत समारोह में आज पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय की जस्टिस कीर्ति सिंह ने नव नामांकित 585 अधिवक्ताओं को प्रमाण पत्र किए वितरित*
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चंडीगढ़ ;- आज माननीय न्यायमूर्ति कीर्ति सिंह, न्यायाधीश पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने मुख्य अतिथि के रूप में बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा द्वारा आयोजित दीक्षांत समारोह में 585 नव नामांकित अधिवक्ताओं को शपथ दिलाने के बाद नामांकन प्रमाण पत्र वितरित किए। जस्टिस कीर्ति सिंह ने अपने सम्बोधन में सफलता की कामना करते हुए, नए वकीलों को खुद पर गर्व करने और कानूनी पेशे की गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने संस्थान की गरिमा को बनाए रखते हुए इसके पथप्रदर्शक बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
न्यायमूर्ति सिंह ने सभी नए नामांकित युवा वकीलों को उत्कृष्टता के साथ प्रयास करने और शॉर्टकट अपनाए बिना समाज पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अवसर पर पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल के अध्यक्ष श्री राकेश गुप्ता ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया और माननीय न्यायमूर्ति कीर्ति सिंह के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा नए सदस्यों को इस महान कानूनी पेशे की गरिमा और अखंडता बनाए रखने की सलाह दी। दीक्षांत समारोह मे मानद सचिव,श्री सुरिंदर दत्त शर्मा, श्री गुरतेज सिंह ग्रेवाल, सदस्य नामांकन समिति, श्री करमजीत सिंह, अध्यक्ष, सत्यापन समिति, पंजाब श्री राज कुमार चौहान, अध्यक्ष नामांकन समिति, श्री हरप्रीत सिंह मुल्तानी, सदस्य, कार्यकारी समिति, श्री चेतन वर्मा, अध्यक्ष, खेल समिति, श्री सुवीर सिद्धू, अध्यक्ष, बार काउंसिल के अधिवक्ता कल्याण कोष (बीसीआई) और बार कॉउंसिल कार्यालय के अतिरिक्त सचिव मलकियत सिंह पंजाब, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के विभिन्न स्थानों से ताल्लुक रखने वाले नए नामांकित वकीलों के माता-पिता और अभिभावकों की उपस्थिति में इस अवसर पर उपस्थित थे। यहाँ यह भी बताना उचित होगा कि पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल की स्थापना अधिवक्ता अधिनियम 1961 के तहत की गई थी और अपनी स्थापना के बाद से पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल में एक लाख सत्तावन हजार से अधिक अधिवक्ता कार्यरत हैं।

