कांग्रेस द्वारा वोट चोरी मुद्दा उठाने पर हरियाणा में गरमाई सियासत / पूर्व सीएम ने निर्वाचन आयोग पर लगाए धमकाने के आरोप!*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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कांग्रेस द्वारा वोट चोरी मुद्दा उठाने पर हरियाणा में गरमाई सियासत / पूर्व सीएम ने निर्वाचन आयोग पर लगाए धमकाने के आरोप!*
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चंडीगढ़ ;- कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से उठाए गए वोटों की चोरी के मुद्दे पर हरियाणा में भी राजनीतिक माहौल गरमा गया है। राहुल गांधी का आरोप है कि हरियाणा के विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर धांधली हुई है। हालांकि राहुल गांधी के आरोप से पहले हरियाणा कांग्रेस के नेताओं ने भी ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे। यहां तक एक दर्जन से ज्यादा भाजपा विधायकों के खिलाफ कांग्रेस व निर्दलीय उम्मीदवार हाईकोर्ट पहुंचे हुए हैं। मामला फिलहाल विचाराधीन है। उधर, भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी बेतुकी बयानबाजी कर झूठी लोकप्रियता हासिल करना चाहते हैं।
बीते साल हुए विधानसभा चुनाव में माहौल तो कांग्रेस के पक्ष में बना था, मगर ऐन वक्त पर सत्ता भाजपा ने हासिल कर ली थी। भाजपा ने राज्य में 48 सीटें जीती थी। जबकि कांग्रेस 38 सीटों पर आकर सिमट गई थी। कांग्रेस आठ सीटों पर 22 हजार 779 वोट के अंतर से पूरे राज्य में हार गई, जिनमें उचाना कलां, चरखी दादरी, होडल, सफीदो, घरौंडा, असंध, राई और खरखौदा विधानसभा सीट शामिल हैं। इन सीटों पर कांग्रेस छह-छह हजार से भी कम वोटों से चुनाव हारी है। उचाना कलां विधानसभा सीट पर कांग्रेस सिर्फ 32 वोटों से हारी थी।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने राहुल गांधी के आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने कहा- राहुल गांधी सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए मनगढ़ंत आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने आंकड़े देते हुए कहा- लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच मात्र पांच महीने में हरियाणा में 4 लाख 16 हजार 103 मतदाता बढ़े। मई 2024 में लोकसभा चुनाव में मतदाता संख्या 1 करोड़ 99 लाख 38 हजार 247 थी, जो विधानसभा चुनाव में 2 करोड़ 3 लाख 54 हजार 350 हो गई। औसतन हर विधानसभा क्षेत्र में 4,623 मतदाता जुड़े। इन नए आंकड़ों का राजनीतिक महत्व इसलिए है, क्योंकि 12 विधानसभा सीटों पर जीत-हार का अंतर 4,623 वोट से कम रहा है। इसलिए राहुल गांधी के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं।

