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राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी को हल्केपन में लेने की भूल न करें भाजपा! / भाजपा की नायब सरकार के लिए शोला साबित हो सकती है डिन्नर डिप्लोमेसी!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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राव इंद्रजीत की डिनर डिप्लोमेसी को हल्केपन में लेने की भूल न करें भाजपा! / भाजपा की नायब सरकार के लिए शोला साबित हो सकती है डिन्नर डिप्लोमेसी!*
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चंडीगढ़ ;- दक्षिण हरियाणा की राजनीति में हर बार अपना वर्चस्व साबित करने वाले केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने डिन्नर पार्टी का आयोजन किया, जिसमे राव के खासम-खास समर्थक 12 MLA शामिल हुए। इस आयोजन के पीछे की राजनीति को समझने की जरूरत है। बीते दिनों 15 जून को हरियाणा के CM नायब सैनी रेवाड़ी के राव तुलाराम स्टेडियम में आयोजित धन्यवाद रैली में आए थे। CM के मंच पर अहीरवाल के दिग्गज राव इंद्रजीत के बोल तीखे रहे थे। राव इंद्रजीत ने CM सैनी को कहा था कि मुख्यमंत्री जी, हमने आपकी सरकार बनाई है, हमारा हक बनता है, हमारा काम किए जाए।
CM नायब सैनी ने अपने संबोधन में सीधे मना न करके यह कहा था कि यह किसी जाति की नहीं, बल्कि पौने 3 करोड़ लोगों की सरकार हैं। सभी के काम किये जाएंगे। इस जवाब को लेकर ऐसे कयास लगाए जा रहे है कि राव इंद्रजीत सिंह और उनके समर्थक MLA को मुख्यमंत्री नायब सैनी से ऐसे जवाब की उम्मीद नही थी। शायद इसी बात को लेकर समर्थक विधायकों ने नायब सरकार को झटका देने की ठान ली होगी। राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं डिन्नर पार्टी का आयोजन तब होता हैं जब राजनीति में कुछ नया विस्फोट होना होता है। भाजपा सरकार के 48 विधायकों में से एक ही क्षेत्र और एक ही पार्टी के 12 विधायको का अपने आका नेता की छत्रछाया में एकत्र होने नायब सरकार के लिए शुभ संकेत नहीं है। मुख्यमंत्री पद पाने को हमेशा लालायित रहे केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत कभी भी बड़ा धमाका कर सकते हैं। राव इंद्रजीत सिंह का एक ही लक्ष्य है हरियाणा CM की कुर्सी पर बैठना। भाजपा के ही 12 विधायकों के नेता केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने यदि बगावती सुर अपना लिया तो, हो सकता है भाजपा आलाकमान को झुकते हुए राव इंद्रजीत सिंह को CM की कुर्सी देने पर मजबूर होना पड़े। राव द्वारा आयोजित डिन्नर पार्टी भाजपा के लिए एक चिंगारी जैसा संकेत है जो कभी भी शोला का रूप धारण कर नायब सरकार की चूले हिला सकती है?

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