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सोनीपत लोकसभा सीट पर कांग्रेस भाजपा में कड़ा मुकाबला, क्या भाजपा की लगेगी हैट्रिक या कांग्रेस लेगी हार का बदला!*

राणा ओबराय
राष्ट्रीय खोज/भारतीय न्यूज,
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सोनीपत लोकसभा सीट पर कांग्रेस भाजपा में कड़ा मुकाबला, क्या भाजपा की लगेगी हैट्रिक या कांग्रेस लेगी हार का बदला!*
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चंडीगड़/ सोनीपत ;- सोनीपत लोकसभा सीट का चुनाव अब तक के सबसे कड़े मुकाबले में फंसा है। सबका निचोड़ यही है कि जीत-हार का अंतर बहुत कम वोटों का रहने वाला है। कई समीकरणों ने सोनीपत के चुनाव को रोमांचक बनाने के साथ साथ उलझा भी दिया। हैट्रिक के पायदान पर खड़ी भाजपा ने राई विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहन लाल बड़ौली पर दांव लगाया है। बडौली खुद को पार्टी का समर्पित सिपाही बताकर जनता से पीएम मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। कांग्रेस ने भाजपा की हैट्रिक रोकने के लिए जींद के सतपाल ब्रह्मचारी को उतारा है। उनका जन्म जींद के गंगोली गांव में हुआ था, मगर पिछले दो दशक से वह हरिद्वार शहर से कांग्रेस की राजनीति करते आए हैं। कांग्रेस के टिकट पर 2012 और 2022 में हरिद्वार से चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों ही बार हार झेलनी पड़ी। वहीं, इनेलो ने सेवानिवृत्त पुलिस अधीक्षक अनूप दहिया और जजपा ने भूपेंद्र मलिक को मैदान में उतारा हैं। जाटों के गढ़ में भाजपा और कांग्रेस ने गैर जाट ब्राह्मण बिरादरी के उम्मीदवार को मैदान में उतारा है। इससे मुकाबला और दिलचस्प हो गया है। करीब 17.33 लाख मतदाताओं वाली इस सीट में लगभग छह लाख जाट वोटर हैं। इनमें 80 फीसदी ज्यादा वोट कांग्रेस का माना जाता है। पिछली लोकसभा चुनाव में खुद पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी यहां से चुनाव हार गए थे। इसलिए इस बार सोनीपत से दो बार हारने वाली कांग्रेस किसी भी कीमत पर लोकसभा चुनाव जीतना चाहती है।

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