हरियाणा सरकार के गठबंधन विवाद पर सीएम खट्टर ने कहा चलता रहेगा गठबंधन, जेजेपी का MLA चेयरमैनी का इस्तीफा देकर कर रहा राजनीति, मेरे पास नही पहुंचा इस्तीफा*
राणा ओबराय
राष्ट्रीय ख़ोज/भारतीय न्यूज,
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हरियाणा सरकार के गठबंधन विवाद पर सीएम खट्टर ने कहा चलता रहेगा गठबंधन, जेजेपी का MLA चेयरमैनी का इस्तीफा देकर कर रहा राजनीति, मेरे पास नही पहुंचा इस्तीफा*
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चंडीगढ़ ;- हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने शनिवार को हरियाणा निवास चंडीगढ़ में मीडिया से रूबरू होकर गठबंधन टूटने की चल रही चर्चाओं पर विराम लगाने का प्रयास किया। हालांकि सीएम गठबंधन चलता रहेगा, ये बात बार- बार दोहराते रहे। वहीं हरियाणा प्रभारी की निर्दलीय विधायकों के साथ मुलाकात पर गोल मोल जवाब देते रहे। सीएम ने कहा कि किसानों के मामले पर हमारे एक सज्जन विधायक रामकरण काला राजनीतिक कर रहे हैं और उन्होंने अपनी शुगरफेड चेयरमैनी का इस्तीफा भेजा है, लेकिन वह इस्तीफा मुझे नहीं मिला। रामकरण काला इस्तीफे से पहले मिले थे। वे कह रहे थे कि एमएसपी की घोषणा करें। राजनीतिक संगठन दबाव की राजनीति कर रहे है। उन्होंने कहा हमारे एक सज्जन ने इस्तीफा दिया। वे राजनीतिक कर रहे हैं। वो इस्तीफा मेरे पास आना चाहिए था, परंतु नहीं आया। जब इस्तीफा आएगा, तब उससे बातचीत करेंगे। ऐसा संभव नहीं होता। सीएम ने कहा कि हम चुनाव गठबंधन में नहीं लड़े थे। गठबंधन हमारी भी आवश्यकता थी और JJP की भी आवश्यकता थी। यह जनहित में किया गया। जब बहुमत किसी के पास नहीं था, तब अंडर स्टेडिंग बनी। हमारा गठबंधन जारी रहेगा। मेरे सामने गठबंधन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई। प्रभारी संगठन का फैसला लेते हैं सीएम ने कहा कि प्रभारी के साथ जिन निर्दलीय की मीटिंग हुई है, मुझे पता नहीं। संगठन के काम अपनी जगह होता है, सरकार के काम अपने होते है। संगठन के निर्णय में प्रभारी फैसला लेते हैं। जो निर्दलीय विधायक प्रभारी से मिले हैं, आप लोग उनसे मिले। वहीं सीएम ने किसानों की नाराजगी दूर करने के लिए 1 हजार रुपए प्रति क्विंटल भावांतर भरपाई योजना के तहत उनके खाते में भेजा।कुरुक्षेत्र के शाहबाद में धरने पर बैठे किसानों की नाराजगी दूर करने का प्रयास किया। किसानों ने 12 जून को महापंचायत बुलाई है। सूरजमुखी को खरीद एमएसपी खरीद की मांग को लेकर कुछ दिन पहले कुरुक्षेत्र में किसानों पर लाठीचार्ज किया गया था। सीएम ने कहा कि किसानों में भ्रम फैलाया है कि हम किसानों के बारे में सोचते नहीं। जितना हम सोच रहे हैं, शायद अभी तक किसी ने सोचा नहीं है। चाहे केंद्र सरकार और राज्य सरकार हो। कहीं भी पिछली सरकारों के मुकाबले कहीं ज्यादा है। किसानों की स्थिति हमारे देश में दयनीय थी। सीएम ने कहा कि 1000 रुपये प्रति क्विंटल अंतरिम भावांतर भरपाई भेज रहे हैं। 29 करोड़ 13 लाख 12 हजार रुपये भावांतर भरपाई योजना का पैसा भेजा जा रहा है। यह पैस एडवांस में भेजा जा रहा। सीएम ने इसका लांच किया। 36414 एकड़ के 8528 किसानों को इसका लाभ मिलेगा।